पोषण (nutrition)
सभी प्रकार की जीव, चाहे वह इंसान
हो या पेड़ पौधे हैं सभी को अपने अंगों को विकसित करने या अपने दैनिक जीवन में विभिन्न
क्रियाओं को करने के लिए ऊर्जा की जरूरत होती है। बिना ऊर्जा के
दैनिक कार्य
नहीं कर
सकते। शरीर
के अंगों
को विकसित
नहीं कर
सकते। यह
ऊर्जा भोजन
से प्राप्त
होती है।
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nutrition |
जिस प्रकार जीवों
द्वारा की
जाने वाली
क्रियाएं विभिन्न
वर्गों से
होती हैं,
उसी प्रकार
उन कार्यों
के लिए
आवश्यक पोषण
भी अलग-अलग होते
हैं। जैसे
अगर वे
तुरंत ऊर्जा
चाहते हैं,
तो वे कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrates) की ओर जाते हैं,
अगर उन्हें
बीमारियों से लड़ना है तो
वे विटामिन (Vitamin) की ओर
रुख करते
हैं। इस
आधार पर
विभिन्न प्रकार
के पोषण
होते हैं,
और उन
पोषक तत्वों
को संग्रहीत
करने वाले
खाद्य पदार्थ
भी अलग
होते हैं।
पोषक तत्वों के प्रकार (Types of nutrition)-
हमारे शरीर की सारी क्रियाओं
को संपन्न करने के लिए न्यूट्रिशन(nutrition) की आवश्यकता होती है। और हमारे शरीर में उर्जा प्रदान
करता है। तो इसलिए हमारे आहार में इस तरीके के फूड शामिल करना चाहिए। हमें जिससे कि
हमें पोषण तत्वों की पूर्ति हो सके।
हर जीव को न्यूट्रिशन(nutrition) की जरूरत
होती है। जिसमें से मैं आपको कुछ न्यूट्रिशन(nutrition) के बारे में बताने जा रहा हूं।
- कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrates)
- प्रोटीन (Protien)
- मिनरल (Mineral)
- ज़िंक (Zinc)
- विटामिन (Vitamin)
- वसा (Fat)
- पानी (Water)
हमारे शारीरिक रचना के हिसाब
से हम कुछ न्यूट्रिशन(nutrition) का सेवन रोजाना करते हैं।
जैसे- पानी (Water), कार्बोहाइड्रेट
(Carbohydrates), वसा (Fat)
और कुछ न्यूट्रिशन(nutrition) का पता हमें नहीं
चल पाता की कितनी मात्रा में कब लेनी है। पर जब हमारा शरीर किसी भी बीमारी से कमजोर
होता है या बीमार होता है। तब हम प्रोटीन (Protien), मिनरल
(Mineral), ज़िंक (Zinc), विटामिन (Vitamin)
इन सब का सेवन करते हैं। यदि हम नियमित रूप से सभी न्यूट्रिशन(nutrition) का सेवन करते
रहे तो। हमारा शरीर लंबे समय तक स्वस्थ रहेगा।
पोषक तत्वों के प्रकार Types of nutrition
1. कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrates)-
एक सामान्य इंसान को एक दिन में कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrates) की मात्रा 230 से 335 ग्राम तक की जरूरत होती है। अगर इसी को कैलोरी
में हम काउंट करें तो यह 900 से 1300 कैलोरीज
की आवश्यकता होती है।
कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrates) मनुष्य के शरीर
में उर्जा प्रदान करने का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। अगर कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrates) की मात्रा कम
हो जाए। या शरीर में बंद हो जाए। तो शरीर कार्य करना बंद कर देगा। कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrates) शरीर को तुरंत
ऊर्जा प्रदान करने में कार्य करता है। या पानी की कमी को भी पूरा करता है। क्योंकि
इसमें पानी के जितना ऑक्सीजन (oxygen) और हाइड्रोजन (hydrogen) होता है।
कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrates) हमें कई चीजों
से प्राप्त होता है। जिन्हें हम प्रतिदिन अपने भोजन में उपयोग करते हैं। जैसे- आलू,
चावल, शक्कर, रोटी और भी बहुत सी चीजों के द्वारा।
2. प्रोटीन (Protien)-
हमारे शरीर के पोषण के लिए प्रोटीन
एक बहुत ही जरूरी न्यूट्रिशन(nutrition) है। हमारे शरीर को निरंतर कार्य करने के लिए प्रोटीन(protien) बहुत
ही जरूरी है। और यह कोशिकाओं, मांसपेशियों को बनाने और सही तरीके से सुधारने में प्रोटीन(protien) बहुत ही महत्वपूर्ण है। इसके साथ
ही प्रोटीन हमारे शरीर की ऊर्जा का स्रोत भी है।
प्रतिदिन एक सामान्य इंसान को
600 प्रोटीन कैलोरी की आवश्यकता होती है। 1 ग्राम प्रोटीन में 4 ग्राम कैलोरी होता
है। प्रोटीन को हम कई खाद्य पदार्थों
द्वारा उपयोग में लाते हैं। जैसे- मिल्क, पनीर, दाल, बादाम, अंडा, मछली, मीट, बींस आदि
3. मिनरल ( Mineral)-
मिनरल्स (mineral) एक अच्छा न्यूट्रिशन (nutrition) है। जो कि हमारे शरीर के दैनिक कार्यों को करने में काफी महत्व देता है। यह मेटाबॉल्जिम
और स्वस्थ को ठीक रखने में भी काफी मदद करता है। कई तरीकों से हमारे शरीर में
पहुंचता है।
जैसे- फल, सब्जी, डेयरी उत्पाद, मांस और मछली आदि।
जैसे- फल, सब्जी, डेयरी उत्पाद, मांस और मछली आदि।
4. ज़िंक ( Zinc) –
जींद(zink) से हमें कई तरह के स्वास्थ्य
लाभ मिलते हैं। यह हमारी प्रतिरोधक प्रणाली और त्वचा ,जख्मों का उपचार करने में काफी
महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसकी हल्की सी कमी से प्रतिरोधक क्षमता मे कमी,दृष्टि
कम होना,त्वचा में कमजोरी और भी बहुत सारी समस्याएं हो सकती हैं। यह आर्यन और कैल्शियम
की तरह कार्य करता है। और यह बहुत जरूरी न्यूट्रिशन है। मेडिकल एक्सपर्ट्स के अनुसार, जिंक से डायबिटीज जैसी खतरनाक
बीमारी को खत्म करने में मददगार साबित होता है।
और यह कई तरीकों से हमें प्राप्त
होता है।
जैसे- मूंगफली, तिल, अंडे की जर्दी, लहसुन आदि।
जैसे- मूंगफली, तिल, अंडे की जर्दी, लहसुन आदि।
5. विटामिन (Vitamin)-
शरीर के लिए विटामिन(vitamin) बहुत ही
जरूरी है विटामिन व पदार्थ है जो आपको शरीर को ग्रो करने में काफी मदद करता है यह आपकी
इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करता है और यह कई बीमारियों से दूर रखता है यदि हमारे शरीर
को विटामिन (vitamin) की कमी हो जाए तो यह कई सारी बीमारियों से ग्रसित हो जाता है
विटामिन(vitamin) कई प्रकार के होते हैं।
जैसे- ए, बी, सी, डी,आदि। विटामिन ए हमारी आंखों की बीमारी के लिए किया जाता है। हर
एक विटामिन के अपने अलग-अलग कार्य होते हैं।
और यह कई तरीकों से हमें प्राप्त
होता है।
जैसे- फल, सब्जी, सूखे मेवे(Dry nuts) आदि।
जैसे- फल, सब्जी, सूखे मेवे(Dry nuts) आदि।
6. वसा (Fat)-
वसा यह न्यूट्रिशन हमारे शरीर
के कई सारे कार्य को संपन्न करने में काफी जरूरी होता है। यह तुरंत ऊर्जा प्रदान करने
से लेकर ऊर्जा के संग्रहण तक कार्य करता है। यह उन सभी पदार्थों में मौजूद होता है।
जिनमें कार्बोहाइड्रेट होता है। यह लगभग कार्बोहाइड्रेट के कार्य के जैसा ही कार्य
करता है।
और यह कई तरीकों से हमें प्राप्त
होता है।
जैसे- दूध से बने पदार्थ, मांस, सूखे मेवे और हरी सब्जियां।
जैसे- दूध से बने पदार्थ, मांस, सूखे मेवे और हरी सब्जियां।
7. पानी (Water)-
शरीर का लगभग 60 फ़ीसदी हिस्सा
पानी से बना है। इसीलिए इसे न्यूट्रिशन(nutrition) में शामिल किया गया है। इसमें शामिल h2o
पीने से शरीर में तरल संतुलन बना रहता है। जो शरीर में पोषक तत्वों के परिवहन
में मदद करता है। यह शरीर के तापमान को भी नियंत्रण करता है। और भोजन पचाने में भी
सहायता करता है इसलिए अपने शरीर को कभी भी पानी की कमी नहीं होने दें।
आहार में न्यूट्रिशन ना मिलने का कारण(The reason for not getting nutrition in the diet.)-
खानपान में जैसे जंक फूड, तले
हुए, पैक्ड फूड, हरी सब्जियां और ताजे फल का घटता हुआ सेवन कृषि में रसायनों का उपयोग,
प्रदूषण,, खाद्य पदार्थ में मिलावट बढ़ती हुई दवाइयों का उपयोग। जो हमारे आहार को सही
और संपूर्ण न्यूट्रिशन लेने में बाधक है।
प्रतिदिन न्यूट्रिशन की जरूरत(Daily nutrition needed)-
प्रतिदिन एक मनुष्य की बॉडी को
उसकी उम्र की दैनिक क्रियाओं के अनुसार पोषक तत्वों की जरूरत होती है। गर्भवती महिलाओं,
बच्चों, वयस्क या बुजुर्ग के लिए अलग-अलग मापदंड तय किए गए हैं। और इन्हीं मापदंड के
अनुसार व्यक्ति को अपने भोजन में न्यूट्रिशन तत्वों को शामिल करना चाहिए। अगर इंडिया
की बात करें तो भारत सरकार 2012 के सर्वे के
हिसाब से। मानव के अलग-अलग उम्र के हिसाब से अलग-अलग मापदंड तय किए गए हैं। हालांकि
हम आपको न्यूट्रिशन जरूरतों के बारे में बता रहे हैं। पर आप किसी आहार विशेषज्ञ की
सलाह लेकर अपने शरीर के हिसाब से न्यूट्रिशन तत्वों का उपयोग कर सकते हैं।